भोपाल। एक अप्रैल से प्रदेश में नई आबकारी नीति लागू हो गई है। इसके चलते अंग्रेजी शराब से लेकर बियर तक की दरों में 15 प्रतिशत तक वृद्धि हो गई है। जिससे अब सुरा प्रेमियों को जेब अधिक ढीली करनी होगी। बताया जा रहा है नई नीति के तहत बियर, ब्रांडी, व्हिस्की और रम की दरों में 150 से लेकर 200 तक बढ़ोतरी हो गई है। इधर, राजधानी सहित प्रदेश भर में शराब दुकानों का नवीनीकरण हो गया है। पांच प्रतिशत दुकानों को छोड़ दिया जाए तो 95 प्रतिशत का नवीनीकरण रिजर्व प्राइस 15 प्रतिशत पर हुआ है।
दरअसल, राजधानी की 87 शराब दुकानों के लिए लक्ष्य 916 करोड़ तय किया गया है। जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 793 करोड़ था। आबकारी विभाग ने तय लक्ष्य 916 करोड़ के एवज में घटकर 2.42 प्रतिशत कम रहा, जबकि वित्तीय वर्ष 2023-24 के वार्षिक मूल्य से बढक़र 12.22 प्रतिशत से अधिक है। प्रदेश के सभी जिलों की 3600 कम्पोजिट मदिरा दुकानों का निष्पादन छोटे समूह में किया गया। आबकारी विभाग ने करीब 15000 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा है।
रविवार को अंतिम दिन तीन समूह आरएसके, हमीदिया रोड और स्टेशन बजरिया के लिए ई-बोली लगाई गई। इस दौरान तीनों समूह के लिए 33 टेंंडर विभाग को मिले। रविवार को तय रिजर्व प्राइस से घटकर सात प्रतिशत कम राशि पर आरएसके और 16 प्रतिशत कम पर स्टेशन बजरिया के टेंडर स्वीकार कर लिए गए। वहीं हमीदिया रोड समूह की दुकानों के लिए देर रात तक मशक्कत चलती रही। रात में घटकर 25 प्रतिशत पर इस समूह को भी नीलाम कर दिया गया।
16 समूहों की शराब दुकानें नवीनीकरण के माध्यम से की गई। इससे विभाग को 427 करोड़ का राजस्व मिला। दस समूह की दुकानें लाटरी की माध्यम से हुई। इससे विभाग को 303 करोड़ का राजस्व मिला। नौ समूह की शराब दुकानें ई-टेंडर के माध्यम से नीलाम हुई। विभाग को इससे 164 करोड़ का राजस्व मिला। यह राशि तय लक्ष्य से घटकर 2.42 रही। विभाग ने 916 करोड़ का लक्ष्य किया था, जबकि उसे 894 करोड़ का राजस्व मिला।